
नई दिल्ली 28 जून।जयराम रमेश ने पेपर लीक पर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि पिछले दस वर्षों में देश भर में प्रतियोगी परीक्षाओं में बड़े पैमाने पर पेपर लीक हुए हैं और गड़बड़ी हुई है – NET और NEET केवल इसके सबसे ताज़ा उदाहरण हैं। सबसे हाल के आंकड़ों के मुताबिक़ देश भर में 2.26 करोड़ युवा इन पेपर लीक से प्रभावित हुए हैं।
यह मोदी सरकार की अक्षमता के साथ-साथ उसमें फैले व्यापक भ्रष्टाचार को भी दिखाता है। अहमदाबाद स्थित एक परीक्षा आयोजित करने वाली कंपनी, जो यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा सहित कई पेपर लीक में फंसी है और जिसकी वजह से 48 लाख उम्मीदवार प्रभावित हुए हैं, को देश भर में मोदी सरकार और भाजपा की राज्य सरकारों से बार-बार संरक्षण मिल रहा है। यूपी और बिहार सरकार ने कंपनी को ब्लैकलिस्ट कर दिया है, लेकिन अक्टूबर 2023 तक मोदी सरकार उन्हें क़रीब 80 करोड़ के ठेके देती रही।
ऐसा क्यों? क्योंकि कंपनी का मालिक बीजेपी का वैचारिक और राजनीतिक समर्थक है।