
नई दिल्ली, 20 अक्टूबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को वाराणसी में अपने संसदीय क्षेत्र से 6,700 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया, जिससे उत्तर प्रदेश और पूर्वी भारत के अन्य राज्यों के लिए समग्र विकास की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया। वाराणसी के सिगरा स्थित स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स से आयोजित इस समारोह में उन्होंने 23 महत्वपूर्ण परियोजनाओं की शुरुआत की, जिनमें से 16 परियोजनाएं 3,200 करोड़ रुपये से अधिक की हैं और ये सभी विशेष रूप से वाराणसी में विकास के विभिन्न क्षेत्रों को कवर करती हैं।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “वाराणसी न केवल मेरे लिए एक चुनावी क्षेत्र है, बल्कि यह मेरी आत्मा के करीब है। यह विकास परियोजनाएं वाराणसी और इसके आसपास के क्षेत्रों के लोगों के जीवन को बेहतर बनाएंगी, जिससे यह क्षेत्र समृद्धि की नई ऊंचाइयों को छू सकेगा।” उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार द्वारा की जा रही ये सभी परियोजनाएं क्षेत्रीय संतुलन बनाए रखते हुए सभी के लिए समान अवसर सुनिश्चित करने की दिशा में एक कदम हैं।
प्रमुख परियोजनाएं
इन 23 परियोजनाओं में सड़क, परिवहन, स्वास्थ्य सेवाओं और शहरी बुनियादी ढांचे के विकास के विभिन्न आयाम शामिल हैं। इसके अलावा, पर्यावरण के अनुकूल और सतत विकास की दिशा में भी कई प्रयास किए जा रहे हैं। इन परियोजनाओं से पूर्वी उत्तर प्रदेश के 20 जिलों के निवासियों को लाभ मिलेगा, साथ ही बिहार, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती क्षेत्रों में भी इसका सकारात्मक प्रभाव होगा।
एक अन्य प्रमुख परियोजना, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री ने वाराणसी के दौरे के दौरान किया, वह था कांची मठ द्वारा संचालित आरजे शंकर नेत्र अस्पताल। यह अस्पताल पूर्वी उत्तर प्रदेश और आस-पास के राज्यों के हजारों लोगों को उच्च गुणवत्ता वाली नेत्र देखभाल सेवाएं प्रदान करेगा। कांची मठ से जुड़े सूत्रों के अनुसार, अस्पताल की सेवाएं मुख्य रूप से गरीब और पिछड़े वर्गों के लोगों के लिए होंगी, जो उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाओं तक सामान्यत: नहीं पहुँच पाते।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस अस्पताल के उद्घाटन के दौरान कहा, “स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार करना हमारी प्राथमिकता है। आरजे शंकर नेत्र अस्पताल से न केवल वाराणसी, बल्कि उत्तर प्रदेश के अन्य हिस्सों और पड़ोसी राज्यों के नागरिकों को भी लाभ होगा। यह अस्पताल देश की स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”
बागडोगरा हवाई अड्डे का विस्तार
इसके अतिरिक्त, प्रधानमंत्री ने पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी के पास स्थित बागडोगरा हवाई अड्डे के विस्तार के लिए 1,550 करोड़ रुपये की परियोजना की आधारशिला भी रखी। यह परियोजना उत्तरी पश्चिम बंगाल के लिए हवाई संपर्क और यात्री सुविधाओं में एक बड़ा सुधार लाएगी। अधिकारियों के अनुसार, बागडोगरा हवाई अड्डे पर एक नए सिविल एन्क्लेव का निर्माण किया जाएगा, जिसमें 70,390 वर्ग मीटर का टर्मिनल भवन होगा, जो पीक ऑवर में 3,000 यात्रियों को संभालने में सक्षम होगा। इस विस्तार के बाद हवाई अड्डे की वार्षिक यात्री क्षमता 10 मिलियन हो जाएगी, जिससे यह उत्तर-पूर्वी भारत का एक प्रमुख विमानन केंद्र बनेगा।
इस परियोजना में A-321 विमानों के लिए 10 पार्किंग बे, दो लिंक टैक्सीवे, और एक बहु-स्तरीय कार पार्किंग सुविधा के साथ एक आधुनिक एप्रन का निर्माण शामिल होगा। इसके अलावा, बागडोगरा हवाई अड्डे को स्थिरता को प्राथमिकता देते हुए डिज़ाइन किया गया है, जिसमें पर्यावरण के अनुकूल सुविधाएँ शामिल होंगी। जैसे कि टर्मिनल भवन को प्राकृतिक प्रकाश का अधिकतम उपयोग करने के लिए डिज़ाइन किया जाएगा, जिससे ऊर्जा खपत कम होगी और हवाई अड्डे का पर्यावरणीय प्रभाव भी घटेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “बागडोगरा हवाई अड्डे का विस्तार न केवल पश्चिम बंगाल के लिए, बल्कि पूरे पूर्वोत्तर भारत के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे इस क्षेत्र की कनेक्टिविटी में सुधार होगा और पर्यटन, व्यापार और अन्य गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। यह परियोजना भारत के हवाई यातायात में महत्वपूर्ण वृद्धि की दिशा में एक कदम है।”
परियोजनाओं का महत्व
वाराणसी में शुरू की गई इन परियोजनाओं से क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास में तेजी आने की संभावना है। वाराणसी पहले से ही एक प्रमुख पर्यटन और सांस्कृतिक केंद्र है, और इन नई परियोजनाओं से क्षेत्र में बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य सेवाओं, और परिवहन सुविधाओं में सुधार होगा, जिससे यहां के निवासियों और आने वाले पर्यटकों को अत्यधिक लाभ मिलेगा।
इसके अलावा, बागडोगरा हवाई अड्डे के विस्तार से उत्तर-पूर्वी भारत में हवाई यातायात और व्यापारिक गतिविधियों में वृद्धि होगी। इससे क्षेत्र में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को लाभ पहुंचेगा।
परियोजनाओं की इस श्रृंखला में स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचा, और परिवहन जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों को कवर किया गया है, जिससे वाराणसी और इसके आसपास के क्षेत्रों में विकास के नए रास्ते खुलेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर जोर देते हुए कहा कि “हमारा लक्ष्य सिर्फ विकास करना नहीं है, बल्कि ऐसे विकास का निर्माण करना है जो सबको साथ लेकर चल सके और जो लंबे समय तक समाज की सेवा कर सके।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि इन परियोजनाओं का शुभारंभ न केवल वाराणसी के लोगों के लिए, बल्कि समूचे उत्तर भारत के लिए एक नया युग लेकर आएगा। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि इन परियोजनाओं से स्थिरता, पर्यावरण संरक्षण, और ऊर्जा दक्षता पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, जिससे यह परियोजनाएं न केवल वर्तमान में, बल्कि भविष्य में भी क्षेत्र के विकास में सहायक सिद्ध होंगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वाराणसी में 6,700 करोड़ रुपये की 23 विकास परियोजनाओं का शुभारंभ एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो वाराणसी और इसके आसपास के क्षेत्रों में व्यापक विकास की दिशा में एक बड़ा कदम है। इन परियोजनाओं से न केवल स्थानीय निवासियों को लाभ होगा, बल्कि यह परियोजनाएं समूचे उत्तर और पूर्वी भारत में विकास और समृद्धि की दिशा में एक बड़ा योगदान देंगी।
प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने विकास के इस मॉडल को हर क्षेत्र में फैलाने का संकल्प लिया है, जिससे देश के सभी हिस्सों को समान रूप से विकास का लाभ मिल सके।