
विपक्षी दल समाज को बांटने की कर रहे साजिश- डॉ दिनेश शर्मा
शामली/कांधला, 6 अप्रैल। उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार देश के सभी वर्गों के कल्याण के लिए कार्य कर रही है, विशेष रूप से अल्पसंख्यकों के हितों की रक्षा की दिशा में गंभीर प्रयास किए जा रहे हैं। डॉ. शर्मा ने रविवार को जनपद शामली के कांधला कस्बे एवं विद्यालय मैदान में दो विशाल जनसभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि “मोदी सरकार ने बिना किसी भेदभाव के योजनाओं को समाज के हर वर्ग तक पहुँचाया है। खासकर पसमांदा मुसलमानों के हक में बक्फ संशोधन कानून पारित कर यह संदेश दिया है कि यह सरकार हर नागरिक के साथ न्याय करने वाली सरकार है।”
डॉ. शर्मा ने जोर देकर कहा कि विपक्षी दलों का इतिहास समाज को बांटने और भ्रम की राजनीति करने का रहा है। “चुनाव के समय धर्म, जाति और संप्रदाय के नाम पर समाज को भड़काने का काम विपक्ष करता है। लेकिन भारतीय जनता पार्टी ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ की भावना के साथ देश को आगे बढ़ा रही है। यह हमारी प्राथमिकता है कि हर नागरिक को बिना किसी भेदभाव के योजनाओं का लाभ मिले,” उन्होंने कहा।
कांधला में आयोजित जनसभा का संयोजन पूर्व मंत्री वीरेंद्र सिंह द्वारा किया गया, जबकि विद्यालय मैदान में महर्षि कश्यप जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित रैली का नेतृत्व पूर्व विधान परिषद सदस्य सुरेश कश्यप ने किया। इन दोनों आयोजनों में भारी संख्या में किसान, व्यापारी, सामाजिक कार्यकर्ता और मुस्लिम समाज के लोग उपस्थित रहे। यह भी उल्लेखनीय है कि कार्यक्रम में कश्यप एवं निषाद समाज के लोग विशेष रूप से सक्रिय नजर आए।
सभा को संबोधित करते हुए डॉ. शर्मा ने हाल ही में संसद में पारित बक्फ संशोधन विधेयक के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह संशोधन पसमांदा मुसलमानों को सशक्त करने और बक्फ संपत्तियों के दुरुपयोग पर लगाम लगाने के उद्देश्य से किया गया है। डॉ. शर्मा ने कहा कि इस कानून के माध्यम से सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि बक्फ बोर्ड की सम्पत्तियों का लाभ सही लोगों तक पहुँचे, ना कि कुछ खास समूहों द्वारा उनका दोहन हो।
जनसभा के दौरान जब डॉ. शर्मा ने मंच से “मोदी है तो मुमकिन है” का नारा दिया तो हजारों की संख्या में मौजूद लोगों ने दोनों हाथ उठाकर इस नारे के साथ समर्थन जताया। भीड़ में विशेष रूप से मुस्लिम समुदाय के युवाओं की सक्रिय भागीदारी ने यह संकेत दिया कि अल्पसंख्यक समाज में अब भाजपा के प्रति विश्वास बढ़ रहा है।
इस अवसर पर अन्य वक्ताओं ने भी जनसमूह को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं और ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ जैसे महत्वपूर्ण विधेयकों की चर्चा की। वक्ताओं ने केंद्र सरकार से यह आग्रह किया कि देशभर में एक साथ चुनाव कराए जाएं ताकि बार-बार चुनावी खर्च और प्रशासनिक अव्यवस्था से बचा जा सके। उन्होंने इसे देश के लोकतंत्र को और अधिक मजबूत करने की दिशा में एक ठोस कदम बताया।
डॉ. दिनेश शर्मा ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केवल एक राजनेता नहीं बल्कि एक मिशन लेकर चलने वाले नेता हैं। उन्होंने कहा, “मोदी जी ने कभी जाति, धर्म, संप्रदाय का सहारा लेकर राजनीति नहीं की। उनका एकमात्र लक्ष्य देश का विकास और हर वर्ग का उत्थान है। उन्होंने ‘प्रधानमंत्री आवास योजना’, ‘उज्ज्वला योजना’, ‘जन धन योजना’, ‘आयुष्मान भारत’ जैसी योजनाओं के माध्यम से गरीबों और वंचितों को मुख्यधारा में जोड़ा है।”
सभा में उपस्थित जनसमूह को देखकर यह साफ़ महसूस हो रहा था कि आम जनता विशेषकर ग्रामीण व किसान वर्ग में भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति गहरी आस्था और विश्वास कायम है। लोगों ने यह भी कहा कि जब से भाजपा की सरकार बनी है, तब से न केवल योजनाएं घर तक पहुँच रही हैं, बल्कि प्रशासनिक पारदर्शिता और जवाबदेही भी पहले से बेहतर हुई है।
इस मौके पर कई गणमान्य नेता एवं पदाधिकारी उपस्थित रहे। इनमें प्रमुख रूप से पूर्व मंत्री श्री सुरेश राणा, पूर्व दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री श्री सुनील भराला, विधान परिषद सदस्य श्री मोहित बेनीवाल, श्री श्रीचंद शर्मा, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री मनीष चौहान, पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य श्री प्रमुख सैनी, योगी सावरकर नाथ जी महाराज, वरिष्ठ भाजपा नेता श्री हरवीर मलिक, प्रमुख श्री विनोद मलिक, प्रमुख श्री दीपक, महामंत्री श्री दामोदर सैनी, श्री अनुज राणा एवं श्री पुनीत वशिष्ठ आदि शामिल रहे।
सभा के समापन पर डॉ. दिनेश शर्मा ने सभी कार्यकर्ताओं, उपस्थित जनसमूह और आयोजकों को धन्यवाद देते हुए कहा कि जनता के समर्थन और विश्वास से ही भाजपा को शक्ति मिलती है। उन्होंने यह भी अपील की कि “देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए हमें जाति-पंथ से ऊपर उठकर एक राष्ट्र, एक लक्ष्य की भावना से काम करना होगा। यही सच्ची राष्ट्रभक्ति है।”