
नई दिल्ली, 16 अक्टूबर। हरियाणा में बुधवार, 16 अक्टूबर 2024 से नई सरकार के गठन की प्रक्रिया शुरू हो रही है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने लगातार तीसरी बार सरकार बनाने का दावा पेश किया है। इस बार भाजपा के विधायक दल का नेता नायब सिंह सैनी को चुना गया है, जो दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण समारोह 17 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में होगा।
नई सरकार के गठन की प्रक्रिया
हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने एक बार फिर बहुमत हासिल किया है। इस बार की सरकार के गठन के लिए केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया जाएगा, जिसमें नायब सिंह सैनी को विधायक दल का नेता चुनने की औपचारिकता पूरी की जाएगी।
नायब सिंह सैनी का कार्यकाल
नायब सैनी पहली बार 2019 में हरियाणा के मुख्यमंत्री बने थे और उनकी अगुवाई में पार्टी ने कई महत्वपूर्ण नीतियों को लागू किया। उनका नेतृत्व लोगों के बीच लोकप्रिय रहा है, जिससे पार्टी को फिर से बहुमत हासिल करने में मदद मिली। सैनी की सरकार ने राज्य के विकास के लिए कई कल्याणकारी योजनाओं की घोषणा की थी, जो उनके कार्यकाल में एक महत्वपूर्ण कारक बनीं।
शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी
शपथ ग्रहण समारोह 17 अक्टूबर को होगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य अतिथि होंगे। सैनी ने समारोह की तैयारियों का निरीक्षण किया है और सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की गई हैं। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री और अन्य भाजपा नेता भी शामिल होंगे, जिसमें मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी शामिल होंगे।
भाजपा विधायक दल की बैठक
आज की बैठक में भाजपा विधायक दल के सभी सदस्यों की उपस्थिति होगी। इस बैठक के बाद, नायब सैनी के नेतृत्व में उन विधायकों की सूची राज्यपाल को सौंपी जाएगी, जो मंत्रिपरिषद का हिस्सा होंगे। इस प्रक्रिया के बाद, राज्यपाल नायब सैनी और उनके मंत्रियों को 17 अक्टूबर को शपथ ग्रहण के लिए आमंत्रित करेंगे।
मंत्रिमंडल गठन की संभावनाएँ
इस बार के मंत्रिमंडल में कई नए चेहरों को शामिल किए जाने की संभावना है। पार्टी नेतृत्व ने युवा और अनुभवी नेताओं के बीच संतुलन बनाने की कोशिश की है ताकि हरियाणा में विकास की गति को बनाए रखा जा सके। मंत्रिमंडल गठन में विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिनिधियों को शामिल करने की योजना बनाई गई है, जिससे सभी वर्गों का ध्यान रखा जा सके।
हरियाणा की राजनीतिक स्थिति
हरियाणा की राजनीतिक स्थिति पिछले कुछ वर्षों में काफी बदल गई है। भाजपा ने राज्य में विकास और कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से अपने आधार को मजबूत किया है। विपक्षी दलों, विशेष रूप से कांग्रेस, को अपने पिछले कार्यकाल में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है।
विपक्ष की भूमिका
विपक्ष ने भाजपा सरकार के खिलाफ कई मुद्दों को उठाया है, जिसमें बेरोजगारी, कृषि संकट, और विकास की रफ्तार शामिल हैं। लेकिन भाजपा ने अपने विकास कार्यों और योजनाओं के माध्यम से जनता के बीच अपनी छवि को मजबूत किया है।
नायब सैनी का दृष्टिकोण
नायब सैनी का दृष्टिकोण राज्य के विकास पर केंद्रित है। उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान कई वादे किए थे, जिनमें शिक्षा, स्वास्थ्य, और बुनियादी ढाँचे के विकास पर ध्यान केंद्रित करने का आश्वासन दिया गया था।
विकास के मुद्दे
सैनी का मानना है कि हरियाणा को एक मजबूत आर्थिक आधार की आवश्यकता है, और इसके लिए नए उद्योगों की स्थापना और रोजगार सृजन पर ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार किसानों की समस्याओं का समाधान करने के लिए तत्पर है।
हरियाणा में नई सरकार के गठन की प्रक्रिया आज से शुरू हो रही है, जिसमें नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में 17 अक्टूबर को होने वाला शपथ ग्रहण समारोह राज्य की राजनीति में एक महत्वपूर्ण घटना होगी।
भाजपा की लगातार तीसरी बार सरकार बनाना यह दर्शाता है कि पार्टी ने राज्य में विकास और कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से जनता का विश्वास जीतने में सफलता प्राप्त की है। आने वाले समय में सैनी के नेतृत्व में सरकार की योजनाएँ और विकास कार्य हरियाणा के भविष्य को आकार देंगे।