
(वसिंद्र मिश्र) नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर एक बार फिर से विवादों में है। दिल्ली विधानसभा चुनाव के समय अनुराग ठाकुर ने दिल्ली में आयोजित एक पॉलीटिकल रैली में देश के गद्दारों को गोली मारो कहकर पूरी दुनिया में सुर्खियां बटोरी थी और अब इस बार 30 जुलाई को संसद के अंदर जातीय जनगणना की मांग करने वाले नेताओं की जाति पूछ कर उन्होंने एक बार फिर हैडलाइन बना दिया है खास बात यह है की अनुराग ठाकुर के संसद में दिए गए इस बयान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट किया। सवाल उठता है की संसद के अंदर नेता प्रतिपक्ष और इंडिया गठबंधन के नेताओं को नियमावली और संसद की मर्यादा का पाठ पढ़ाने वाले बीजेपी के नेता खुद बोलते समय संसद की मर्यादा और उसकी परंपरा का कितना ध्यान रखते हैं अनुराग ठाकुर के इस हालिया बयान से जाहिर हो गया। हंगामा होने पर अनुराग ठाकुर ने संसद के अंदर ही सफाई देते हुए कहा कि हमने किसी व्यक्ति का नाम नहीं लिया है लेकिन उनका इशारा बिल्कुल साफ था और वह संसद में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को देखकर ही बोल रहे थे राहुल गांधी ने तत्काल प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए एक बार फिर जातीय जनगणना को लेकर अपने दल और इंडिया गठबंधन की प्रतिबद्धता को दोहराया, उनका कहना था कि एनडीए और बीजेपी के नेता उनको चाहे जितना अपमानित करें लेकिन वह जातीय जनगणना के सवाल को कभी नहीं छोड़ेंगे और संसद में जनगणना करने संबंधी कानून बनवाकर ही दम लेंगे।
राहुल गांधी के समर्थन में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव खुलकर सामने आ गए और उन्होंने अनुराग ठाकुर को अपना बयान फिर से दोहराने की चुनौती दे डाली अखिलेश यादव सहित इंडिया गठबंधन के नेताओं के तीखे तेवर को देखते हुए पूरे देश में एक नया राजनीतिक बवंडर खड़ा हो गया और जाति जनगणना के समर्थक नेताओं और दलों का दावा है कि वह आने वाले समय में जाति जनगणना करवा कर ही दम लेंगे इंडिया गठबंधन की पार्टियां बीजेपी को पिछड़ा वर्ग विरोधी साबित करने में जुटी हुई हैं उनका कहना है की अनुराग ठाकुर का बयान उनकी पॉलिटिकल ग्रूमिंग और उनकी सोच को दर्शाता है। अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव सहित तमाम नेताओं ने राहुल गांधी को संबोधित करते हुए अनुराग ठाकुर के द्वारा दिए गए बयान की तीखी आलोचना की। 31 जुलाई को कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में भी अनुराग ठाकुर के बयान की निंदा की आज सदन के कार्रवाई शुरू होते ही एक बार फिर जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करने के लिए अनुराग ठाकुर और बीजेपी के खिलाफ हंगामा हुआ और सदन में काफी देर तक हंगामा होता रहा अब देखना है कि भारतीय जनता पार्टी और इंडिया गठबंधन की तरफ से बनाए जा रहे इस राष्ट्रव्यापी मुद्दे को काउंटर करने के लिए क्या रणनीति बनाती है लेकिन शुरुआती दौर में अनुराग ठाकुर के बयान ने इंडिया गठबंधन के नेताओं के बीच में मजबूत एकता बनाने में मदद की। कांग्रेस पार्टी की तरफ से अनुराग ठाकुर के जवाब में राहुल गांधी की जाति बताते हुए दावा किया कि गांधी परिवार की जाति शहादत है गांधी परिवार ने देश की एकता और अखंडता के लिए कुर्बानियां दी है और वही कुर्बानी गांधी परिवार की जाति है कांग्रेस पार्टी ऐसा लगता है कि इस मुद्दे को लेकर इंडिया गठबंधन के साथियों के साथ जल्दी ही एक देशव्यापी अभियान चलाने की तैयारी कर रही है। अनुराग ठाकुर पिछली सरकार में मंत्री थे लेकिन इस बार उनको मंत्री मंडल में जगह नहीं मिली है अखिलेश यादव का आरोप है कि अनुराग ठाकुर फिर से मंत्री बनने के लिए बीजेपी आला कमान को खुश करने में लगे हैं इसलिए वे सदन के अंदर और सदन के बाहर विवादित बयानबाजी करके पार्टी आला कमान का भरोसा हासिल करना चाहते हैं राजनीतिक तौर पर भले ही अनुराग ठाकुर और बीजेपी इस तरह का बयान देकर राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी पर हावी होने की कोशिश किए हो लेकिन संसद की मर्यादा के मध्य किसी भी सदस्य के द्वारा दिया गया इस तरह का बयान किसी भी दृष्टिकोण से उचित नहीं ठहराया जा सकता है।