
योजना भवन में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में सीएम योगी ने किया स्मरण, कहा- लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति उनकी अगाध निष्ठा सदैव प्रेरणादायक
लखनऊ, 17 मार्च: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व प्रख्यात स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हेमवती नंदन बहुगुणा की पुण्यतिथि पर सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर लखनऊ के योजना भवन में एक विशेष श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री योगी सहित कई वरिष्ठ नेता, मंत्रीगण, विधायक और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। सभा के दौरान मुख्यमंत्री योगी ने बहुगुणा जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और उनके योगदान को स्मरण करते हुए कहा कि स्व. हेमवती नंदन बहुगुणा ने अपने संघर्षमय जीवन में न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि संपूर्ण देश की राजनीति को एक नई दिशा दी। वे सार्वजनिक जीवन में शुचिता, पारदर्शिता और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति दृढ़ संकल्पित थे। उनका जीवन हमें बताता है कि किस प्रकार कठिन परिस्थितियों में भी संकल्प और ईमानदारी के साथ आगे बढ़ा जा सकता है।
संघर्ष से सजी राजनीतिक यात्रा, जनता की भलाई रही प्राथमिकता
हेमवती नंदन बहुगुणा का पूरा जीवन संघर्षों और जनसेवा की मिसाल रहा। एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के रूप में उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलन में भाग लिया, तो वहीं एक राजनेता के रूप में उन्होंने लोकतांत्रिक व्यवस्था में पारदर्शिता को प्राथमिकता दी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बहुगुणा जी का लंबा राजनीतिक जीवन हमें बताता है कि किस प्रकार जनसेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता देकर राजनीति को समाज के उत्थान का माध्यम बनाया जा सकता है। 1973 से 1975 के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने कई महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णय लिए, जो प्रदेश के विकास में मील का पत्थर साबित हुए। उनके नेतृत्व में कृषि, सिंचाई, शिक्षा और औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं लागू की गईं। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि बहुगुणा जी ने राजनीति को स्वार्थ के बजाय समाजसेवा का माध्यम माना और इसी कारण वे जनता के प्रिय नेता बने रहे।
हेमवती नंदन बहुगुणा का मानना था कि प्रशासनिक तंत्र को जनहित के अनुरूप कार्य करना चाहिए। उन्होंने अपने कार्यकाल में भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़े कदम उठाए और सरकारी तंत्र में पारदर्शिता सुनिश्चित करने का प्रयास किया। उनकी सरकार के दौरान कई नई योजनाएं लागू की गईं, जिनका प्रभाव उत्तर प्रदेश के विकास पर पड़ा। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उनके द्वारा प्रारंभ की गई योजनाएं आज भी प्रदेश की विकास यात्रा को गति प्रदान कर रही हैं। चाहे वह शिक्षा का क्षेत्र हो या फिर ग्रामीण विकास, हर जगह बहुगुणा जी की दूरदृष्टि साफ झलकती है।
प्रयागराज: संघर्ष और कर्मभूमि का केंद्र
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर प्रयागराज को स्व. बहुगुणा की कर्मस्थली और संघर्षस्थली बताते हुए कहा कि यह शहर उनके जीवन के महत्वपूर्ण चरणों का साक्षी रहा है। स्वतंत्रता संग्राम में भागीदारी से लेकर राजनीतिक करियर के उत्कर्ष तक, प्रयागराज हमेशा बहुगुणा जी की सोच और संघर्ष का केंद्र बना रहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रयागराज में रहते हुए बहुगुणा जी ने जिस तरह से देश के स्वतंत्रता संग्राम को गति दी और बाद में राजनीति में रहकर समाज के हर वर्ग के उत्थान के लिए काम किया, वह अनुकरणीय है। 17 मार्च 1989 को उन्होंने इस संसार को अलविदा कह दिया, लेकिन उनकी स्मृतियां आज भी जीवंत हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि बहुगुणा जी की सोच और दृष्टिकोण से प्रेरणा लेकर हम प्रदेश को आगे बढ़ाने का संकल्प लेते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार प्रदेश में पारदर्शिता और सुशासन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है, जो बहुगुणा जी के विचारों के अनुरूप है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सरकार बहुगुणा जी के योगदान को हमेशा स्मरण रखेगी और उनके सपनों के अनुरूप प्रदेश के विकास के लिए कार्य करती रहेगी।
श्रद्धांजलि सभा में शामिल हुए गणमान्य लोग
इस अवसर पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, महापौर सुषमा खर्कवाल, विधायक नीरज बोरा, विधान परिषद सदस्य मुकेश शर्मा, रामचंद्र प्रधान, लालजी प्रसाद निर्मल, पूर्व सांसद रीता बहुगुणा जोशी और मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। सभी ने बहुगुणा जी के योगदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व केंद्रीय मंत्री हेमवती नंदन बहुगुणा की पुण्यतिथि पर उनकी स्मृतियों को नमन करते हुए प्रदेश सरकार और उत्तर प्रदेश की जनता की ओर से विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उन्होंने कहा कि बहुगुणा जी के विचार और आदर्श हमें प्रेरित करते रहेंगे और उनकी नीतियों से हमें प्रदेश को विकास के नए पथ पर ले जाने की दिशा में कार्य करने की प्रेरणा मिलती रहेगी।
इस श्रद्धांजलि सभा के आयोजन के माध्यम से एक बार फिर हेमवती नंदन बहुगुणा के विचारों, सिद्धांतों और कार्यों को जीवंत किया गया। सभा में मौजूद लोगों ने उनके योगदान को याद किया और संकल्प लिया कि उनके बताए मार्ग पर चलते हुए समाज और राष्ट्र के उत्थान में योगदान देंगे।