
वडोदरा 28 अक्टूबर। गुजरात के वडोदरा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय वायुसेना के लिए सी-295 परिवहन विमान निर्माण सुविधा का आधारशिला रखी। यह देश की पहली निजी क्षेत्र में सैन्य विमान निर्माण सुविधा होगी, जो टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड और एयरबस डिफेंस एंड स्पेस एस.ए. की साझेदारी में निर्मित होगी। इस परियोजना का कुल लागत लगभग 21,935 करोड़ रुपये है, और यह भारत के रक्षा क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत की प्रतीक है। प्रधानमंत्री के अनुसार, यह परियोजना वडोदरा को एक सांस्कृतिक और शैक्षणिक केंद्र से एक विमानन क्षेत्र के हब में बदल देगी।
‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान की दिशा में एक बड़ा कदम
प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर कहा कि यह पहल भारत को रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। उन्होंने कहा कि भारत अब अपनी सशस्त्र सेनाओं के लिए न केवल लड़ाकू विमान बना रहा है बल्कि इसे एक वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनाने की दिशा में भी काम कर रहा है। उन्होंने ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ के तहत भारत के भविष्य की परिकल्पना प्रस्तुत की, जिसमें वडोदरा इस पहल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनेगा।
रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में सुधार
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले आठ वर्षों में कई महत्वपूर्ण आर्थिक सुधार हुए हैं, जिनसे भारत के विनिर्माण क्षेत्र को मजबूती मिली है। इन सुधारों में सरल कर ढांचा, 100 प्रतिशत एफडीआई, और रक्षा एवं अंतरिक्ष क्षेत्रों में निजी कंपनियों को प्रवेश की अनुमति शामिल हैं। इसके अलावा, सरकार ने श्रम कानूनों का सरलीकरण किया है, जिससे विनिर्माण क्षेत्र को बढ़ावा मिला है। प्रधानमंत्री ने जीएसटी के कार्यान्वयन का उल्लेख किया, जिसने करों के जटिल जाल को समाप्त किया और व्यापार करने में आसानी प्रदान की।
सी-295 विमान का परिचय और भूमिका
सी-295 विमान एक बहु-उद्देश्यीय परिवहन विमान है, जो किसी भी मौसम में दिन और रात दोनों समय संचालन में सक्षम है। यह विमान जल्दी से प्रतिक्रिया देने, सेना और माल को पैराशूट के माध्यम से उतारने और आपात स्थिति में राहत सामग्री पहुँचाने के लिए तैयार किया गया है। सी-295 की निर्माण सुविधा भारतीय वायुसेना की आवश्यकताओं को पूरा करने के अलावा एक बड़े एयरक्राफ्ट निर्माण पारिस्थितिकी तंत्र को विकसित करेगी।
छोटे और मध्यम उद्योगों के लिए अवसर
प्रधानमंत्री ने इस परियोजना में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) की भागीदारी की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि इससे न केवल बड़े उद्योगों को बल्कि 100 से अधिक एमएसएमई को भी लाभ मिलेगा, जो भारत की सेना की जरूरतों को पूरा करने के अलावा अन्य देशों को भी निर्यात करने में सक्षम होंगे।
‘मेक इन इंडिया’ के तहत निवेश का प्रवाह
प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि पिछले आठ वर्षों में 160 से अधिक देशों की कंपनियों ने भारत में निवेश किया है, जो विभिन्न क्षेत्रों में फैला हुआ है। इनमें एयरोस्पेस क्षेत्र में $3 बिलियन से अधिक का निवेश शामिल है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत का लक्ष्य 2025 तक रक्षा उत्पादन को $25 बिलियन से अधिक और रक्षा निर्यात को $5 बिलियन तक पहुँचाना है। उन्होंने कहा कि रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्र भारत के ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान के महत्वपूर्ण स्तंभ हैं।
नए सुधारों की दिशा में सरकार की पहल
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत की वर्तमान नीतियाँ निवेशकों के लिए स्थिर, पूर्वानुमानित और भविष्य की दृष्टि से हैं। उन्होंने बताया कि अब सेवाओं के साथ-साथ विनिर्माण क्षेत्र में भी ध्यान दिया जा रहा है और भारत का विकास यात्रा एक नई ऊँचाई पर पहुँच रही है। उन्होंने कहा कि रक्षा क्षेत्र में निजी क्षेत्र की भागीदारी बढ़ाने से भारत की प्रतिस्पर्धा क्षमता में वृद्धि हो रही है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस परियोजना को ‘आत्मनिर्भर भारत’ की यात्रा का एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताया। उन्होंने कहा कि सी-295 विमान भारतीय वायुसेना की लॉजिस्टिकल क्षमता को बढ़ाएगा और घरेलू विनिर्माण से सशस्त्र बलों की आवश्यकताओं को पूरा करने में सहायता करेगा।
‘मेक फॉर द वर्ल्ड’ की दिशा में भारत का लक्ष्य
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत का ध्यान कम लागत पर उच्च उत्पादन और गुणवत्ता पर है। भारत एक ऐसा वातावरण बना रहा है, जहाँ से दुनिया के विभिन्न हिस्सों में भी आपूर्ति की जा सके। उन्होंने कहा कि UDAN योजना से आम नागरिक भी हवाई यात्रा कर रहे हैं, जिससे देश में 15 वर्षों में 2000 से अधिक विमान की आवश्यकता होगी।
प्रधानमंत्री का निष्कर्ष
प्रधानमंत्री ने उद्योग से जुड़े लोगों से अपील की कि वे भारत में जारी निवेश के इस अनूठे अवसर का लाभ उठाएँ और स्टार्टअप्स को भी आगे बढ़ने में सहायता करें। उन्होंने ‘सबका प्रयास’ का मंत्र देते हुए निजी क्षेत्र को अनुसंधान और नवाचार में अधिक निवेश करने के लिए प्रेरित किया।